रह जाती है कई

रह जाती है कई बातें अक्सर अनकही, शब्दों से जब कट्टी हो जाती है…

अश्कों के सिवा

लुत्फ़ देखा न किसी चीज़ का अश्कों के सिवा आईं है रोने को दुनिया में हमारी आँखें |

उसी के लबों पर सजती है

शायरी उसी के लबों पर सजती है , साहिब जिसकी आँखों में इश्क रोता हो ..!!!

आप पूरी दुनिया घूम लें

चाहे आप पूरी दुनिया घूम लें लेकिन उन गलियों से प्यारी कोई जगह नही होती जहाँ आपका बचपन गुज़रा है।

ईलाज न ढूँढ

ईलाज न ढूँढ इश्क का वो होगा हीं नहीं , ईलाज मर्ज का होता है ईबादत क नहीं !

इक़रार कर गया कभी

इक़रार कर गया कभी इंकार कर गया; हर बात एक अज़ाब से दो-चार कर गया; रास्ता बदल के भी देखा मगर वो शख्स; दिल में उतर कर सारी हदें पार कर गया………

जिसने हिजरत की है

जिसने हिजरत की है, नफ़रत की नगरी से… मेरे दिल को, उसके लिए मदीना कर दो…

कुछ तो वजह होगी

कुछ तो वजह होगी जो दिल प्यासा हीं रह गया… यूं तो अश्क बहते रहें लबों को छु छु कर..

नीँद को इंतजार

नीँद को इंतजार की आदत न डालो…. जो रूठ गई तो मुश्किल होगी.!!!!!!!

ये गजब की रात

फ़ ये गजब की रात और ये ठंडी हवा का आलम, हम भी खूब सोते अगर उनकी बांहो में होते..

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