किताबें रख दीं

किताबें रख दीं जो मैंने साइड में। कसूर है तुम्हारी ये तस्वीर का।

नींद तो आने को थी

नींद तो आने को थी पर दिल पुराने किस्से ले बैठा अब खुद को बे-वक़्त सुलाने में कुछ वक़्त लगेगा

मेरी किस्मत में

मेरी किस्मत में तो कुछ यूँ लिखा है, किसी ने वक्त गुज़ारने के लिए अपना बनाया, तो किसी ने अपना बनाकर वक्त गुजार लिया !!

सुकून ऐ दिल के

सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो, मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते…!

दिल चाहता है

दिल चाहता है पलट जाऊं आसमाँ की तरफ, मिज़ाज अहले ज़मीं का नही मिलता मुझसे ।

तेरी ओर जाती हवा

तेरी ओर जाती हवा से कहती हूँ मैं, .. .. जरा तुमसे कह देना कि तुम्हे बहुत याद करती हूँ मै..!!

मुहोब्बत थी तो

मुहोब्बत थी तो चाँद अच्छा था … उतर गई तो दाग दिखने लगे…

ख़ाक में यूँ न मिला

ख़ाक में यूँ न मिला ज़ब्त की तौहीन न कर,ये वो आँसू हैं जो दुनिया को बहा ले जाये |

वो इंतक़ाम की ख़ातिर

वो इंतक़ाम की ख़ातिर मेरी तलाश में है मैं उसको ढूंढ रहा हूँ गले लगाने को…

ज़िंदगी ढूँढ ले

ज़िंदगी ढूँढ ले तू भी किसी दीवाने को उस के गेसू तो मिरे प्यार ने सुलझाए हैं!

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