by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 5, 2016 जो लिबासों को जो लिबासों को बदलने का शौक़ रखते थे, आखरी वक़्त ना कह पाए क़फ़न ठीक नहीं…!!