by pyarishayri - Status, Whatsapp, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी - June 30, 2016 लाख तलवारे बढ़ी लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ; सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।