जिसे शिद्दत से

जिसे शिद्दत से चाहो वो मुद्दत से मिलता है,

बस मुद्दतों से ही नहीं मिला कोई शिद्दत से चाहने वाला!

सोचा था तुझपे

सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे…

हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे.…

मोहब्बत का असर

मोहब्बत का असर कुछ इस तरह जिन्दा कर देता हूँ मैं मीत,
…बेवफाओं को भी गले लगाकर शर्मिंदा कर देता हूँ !!