यहाँ हर कोई रखता है खबर ,
गैरो के गुनाहों की …..
अजब फितरत हैं ….
कोई आईना नही रखता !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यहाँ हर कोई रखता है खबर ,
गैरो के गुनाहों की …..
अजब फितरत हैं ….
कोई आईना नही रखता !!