ना हमारी चाहत इतनी सस्ती है ना ही नफरत,
हम तो ख़ुदा के वो बंदे है जो बस दुआओं में ही मिलते है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ना हमारी चाहत इतनी सस्ती है ना ही नफरत,
हम तो ख़ुदा के वो बंदे है जो बस दुआओं में ही मिलते है !!