by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 9, 2017 रोज एक नई तकलीफ रोज एक नई तकलीफ रोज एक नया गम, ना जाने कब ऐलान होगा की मर गए हम