by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Love Shayri, Mosam Shayri, Urdu Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरीSad Shayri - January 22, 2017 काफी दिनों से काफी दिनों से, कोई नया जख्म नहीं मिला; पता तो करो.. “अपने” हैं कहां ?