by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 9, 2016 कभी चुप तो कभी चुप तो कभी गुम सी हैं, ये बारिशें भी बिलकुल तुम सी हैं।