by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 16, 2016 तुम कभी मेरे साथ तुम कभी मेरे साथ…आसमां तक चलो. . मुझे इस चाँद का…गुरूर तोड़ना है….!