मैं चीज़ महंगी और महान बेचता हूँ
‘जनाब’…
लोग ईमान बेचते हैं और मैं मुस्कान बेचता हूं..।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मैं चीज़ महंगी और महान बेचता हूँ
‘जनाब’…
लोग ईमान बेचते हैं और मैं मुस्कान बेचता हूं..।