कभी हर्श पर , कभी फर्श पर…
कभी तेरा दर, कभी दरबदर…
गमे आशिक़ी तेरा शुक्रिया…
में कहा कहा से गुज़र गया .
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कभी हर्श पर , कभी फर्श पर…
कभी तेरा दर, कभी दरबदर…
गमे आशिक़ी तेरा शुक्रिया…
में कहा कहा से गुज़र गया .