by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 16, 2016 जो उड गये परिन्दे जो उड गये परिन्दे उनका मलाल क्या यहाँ तो पाले हुए भी गैरों की छत पे उतरते है |