by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, गरीबी शायरी, दर्द शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - August 22, 2016 आँसु बहा-बहा कर आँसु बहा-बहा कर भी होते नहीं हैं कम….!! कितनी अमीर होती हैं, आँखें ग़रीब की….!!!