यूँ तो होते है रूबरू चेहरे बहोत हर रोज़ मुझसे,
लेकिन रुह को सुकून जिससे मिले वो चेहरा तुम्हारा है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यूँ तो होते है रूबरू चेहरे बहोत हर रोज़ मुझसे,
लेकिन रुह को सुकून जिससे मिले वो चेहरा तुम्हारा है !!