कुछ कदम हम चले

कुछ कदम हम चले…
कुद कदम तुम चले…
फर्क सिर्फ इतना रहा,
हम चले तो फासला घटता गया,
और तुम चले तो फासला बढ़ता गया…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version