कब्र को देख के,
ये रंज होता है दोस्त…
के इतनी सी जगह,
पाने के लिए कितना जीना पड़ता है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कब्र को देख के,
ये रंज होता है दोस्त…
के इतनी सी जगह,
पाने के लिए कितना जीना पड़ता है|