by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi ShayriShayari, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, हिंदी शायरी - February 26, 2017 हर रोज के मिलने से हर रोज के मिलने से तक़ल्लुफ़ कैसा ?? चाँद सौ बार भी निकले तो नया लगता है|