बस ये कहकर टाँके लगा दिये उस हकीम ने कि,
जो अंदर बिखरा है उसे खुदा भी नहीं समेट सकता….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बस ये कहकर टाँके लगा दिये उस हकीम ने कि,
जो अंदर बिखरा है उसे खुदा भी नहीं समेट सकता….