दो गज से ज़रा ज़्यादा जगह देना कब्र में
मुझे….
कि किसी की याद में करवट बदले बिना मुझे
नींद नहीं आती…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दो गज से ज़रा ज़्यादा जगह देना कब्र में
मुझे….
कि किसी की याद में करवट बदले बिना मुझे
नींद नहीं आती…..