by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi ShayriShayari, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, हिंदी शायरी - February 25, 2017 अपना मुक़द्दर ग़म से अपना मुक़द्दर ग़म से बेग़ाना अगर होता तो फिर अपने-पराए हमसे पहचाने कहाँ जाते|