ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब
है,
शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले
जा रहे हैं….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब
है,
शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले
जा रहे हैं….!!