मुहँ खोलकर तो हँस देता हूँ मैं हर किसी के साथ…..
लेकिन दिल खोलकर हंसे मुझे ज़माने गुज़र गए !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुहँ खोलकर तो हँस देता हूँ मैं हर किसी के साथ…..
लेकिन दिल खोलकर हंसे मुझे ज़माने गुज़र गए !!