by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 3, 2016 उतने तो लम्हे भी उतने तो लम्हे भी नहीं बिताए मैंने संग तेरे, जितनी रातों की नींद ले गए हो तुम छीन के|