by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 2, 2016 अश्क़ भी पूंछ रहे है अश्क़ भी पूंछ रहे है अब सबब क्या है क्या तुमने सुना है अश्को का लहू होना|