by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 16, 2016 अंदर से तो अंदर से तो कब के मर चुके है हम, ए मौत तू भी आजा लोग सबूत मांगते है !!