by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - March 24, 2017 मुहब्बतों के दिनों की मुहब्बतों के दिनों की यही ख़राबी है , यह रूठ जायें तो फिर लौटकर नहीं आते|