by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, गरूर शायरी, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - May 30, 2017 बैठें तो किस उम्मीद पर बैठें तो किस उम्मीद पर बैठे रहे यहाँ, उठे तो उठ के जायें कहाँ तेरे दर से हम।