by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 26, 2016 पथ्थर समझ के हमें पथ्थर समझ के हमें मत ठुकराओ , कल हम मंदिर में भी हो सकते हैं ।