by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यार, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 27, 2016 तमीज़ ही नहीं है सच को तमीज़ ही नहीं है बात करने की झूठ को देखो कितना मीठा बोलता है|