by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 4, 2016 वक्त को बदनाम न करिये यूँ ही वक्त को बदनाम न करिये. क्योंकि वक्त, वक्त पर ही आता है.!