by pyarishayri - Hindi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, नफ़रत शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - December 14, 2015 बस कुछ ऐसी ही बस कुछ ऐसी ही हो गयी हैं जिंदगी मेरी ना बया कर सके ना फना कर सके