by pyarishayri - Hindi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस - December 13, 2015 कुछ उम्र की पहली मंज़िल कुछ उम्र की पहली मंज़िल थी.. … कुछ रस्ते थे अनजान बहुत ।