कभी कभी सोचता हूँ कि इस उदास मौसम में…
मेरी आँखों पर हाथ रखकर अपने,
धीरे से करीब आकर……
मेरे कानों में कहे….
पहचान लो तो हम तुम्हारे,
ना पहचानो तो तुम हमारे ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कभी कभी सोचता हूँ कि इस उदास मौसम में…
मेरी आँखों पर हाथ रखकर अपने,
धीरे से करीब आकर……
मेरे कानों में कहे….
पहचान लो तो हम तुम्हारे,
ना पहचानो तो तुम हमारे ।