by pyarishayri - Hindi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, नफ़रत शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - December 14, 2015 आसमाँ की ऊंचाई आसमाँ की ऊंचाई नापना छोड़ दे ए दोस्त…. ज़मीं की गहराई बढ़ा… अभी और नीचे गिरेंगे लोग