शब के साथ गहरे होते जाते है…तेरे ख्याल भी…
इंतिजार-ए-सहर तो नही…पर उस वक़्त….
हर ख्याल तेरा….बेशकीमती होता है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शब के साथ गहरे होते जाते है…तेरे ख्याल भी…
इंतिजार-ए-सहर तो नही…पर उस वक़्त….
हर ख्याल तेरा….बेशकीमती होता है।