by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 16, 2016 लजा कर शर्म लजा कर शर्म खा कर मुस्कुरा कर दिया बोसा मगर मुँह को बना कर|