रो रो कर ये

रो रो कर ये पुछा,
मुझसे मेरे पैर के छालोँ ने..!!
.
.
बस्ती कितनी दुर बसा ली,
दिल मेँ बसने वालोँ ने..!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *