by pyarishayri - Status, Whatsapp, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी - June 30, 2016 बदलो के बीच ना जाने बदलो के बीच, कैसी साजिश हुयी ….. मेरा घर था मिटटी का, मेरे ही घर बारिश हुयी