by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 21, 2016 फिर मेरे हाथों से फिर मेरे हाथों से एक एक करके उड़ती गयी … तेरे कसमों और तेरे वादों की सभी तितलियाँ|