तुम वाकिफ नही हो मेरी बेताबी से…
इसलिए सब्र की बात करते हो…
मेरी नज़रे तो उन राहो को भी चूमती है..
जहाँ से तुम एक बार निकलते हो!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुम वाकिफ नही हो मेरी बेताबी से…
इसलिए सब्र की बात करते हो…
मेरी नज़रे तो उन राहो को भी चूमती है..
जहाँ से तुम एक बार निकलते हो!!