क्या कुछ नहीं करता इंसान इसे संवारने के लिए
फिर भी साथ छोड़ देती है बड़ी बेवफा ज़िंदगी है..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
क्या कुछ नहीं करता इंसान इसे संवारने के लिए
फिर भी साथ छोड़ देती है बड़ी बेवफा ज़िंदगी है..!!