by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 25, 2016 कुछ पन्ने क्या फटे कुछ पन्ने क्या फटे जिन्दगी की किताब के, . ज़माने ने समझा हमारा दौर ही बदल गया.!!