काश पलट जाता ये वक़्त और फिर से वो दौर होता,
तू वही रहती, मैं वही रहता पर अपना इश्क़ और होता!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
काश पलट जाता ये वक़्त और फिर से वो दौर होता,
तू वही रहती, मैं वही रहता पर अपना इश्क़ और होता!