कभी आई तेरी याद माँ तो हम जी भर के रो लिये
कभी जागे सारी रात तो कभी दिन मे ही सो लिए
आन्सुओ से तुम्हारे न होने का गम मिटा रहा हू
क्या बताऊ कैसे जिये जा रहा हूँ
तुम्हरा दुलार बहुत याद आता है
हर बार आँखो मे आँसू छोड़ जाता है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कभी आई तेरी याद माँ तो हम जी भर के रो लिये
कभी जागे सारी रात तो कभी दिन मे ही सो लिए
आन्सुओ से तुम्हारे न होने का गम मिटा रहा हू
क्या बताऊ कैसे जिये जा रहा हूँ
तुम्हरा दुलार बहुत याद आता है
हर बार आँखो मे आँसू छोड़ जाता है|