by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - November 1, 2016 अपनी दौलत पर अपनी दौलत पर कभी घमण्ड ना करें, क्योंकि वक़्त, बिना वक़्त दिये भी बदल जाता है!!