by pyarishayri - जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - January 6, 2016 वो आये या वो आये या ना आये, उसकी मर्ज़ी है दोस्त, उन राहों को मगर आज़ सज़ा कर देखते हैं.