by pyarishayri - Best Whatsapp Status, Hindi Shayri, Urdu Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्यंग्य शायरीमौसम शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - November 23, 2016 रात के बाद रात के बाद सहर होगी मगर किस के लिए हम ही शायद न रहें रात के ढलते ढलते |