by pyarishayri - बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 4, 2017 मैं ढूढ़ रहा था मैं ढूढ़ रहा था शराब के अंदर, नशा निकला नकाब के अंदर .!!